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तितिक्षातितिक्षा तितिक्षा /titikṣā/ f. терпение

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शिञ्ज्, अनतिदग्ध, अभय, सोत्सेध, छ, मेघज्योति, प्रजवन, अद्वयत्व, अतिदेश, निःसंदिग्ध, पुद्गल, ऋग्मिन्, सुपर्याप्त, अपरित्यक्त, शिवा, अगृहीत, निर्वृक्ष, तदवस्थ, प्रसिद्ध, आयत, स्तनपायिन्, रूक्षभाव, संशिस्, अनिदेर्श्य, सौन्दर्य, रिङ्ख्, चि, बम्भर, वितत, उद्भूति, वृत्र, महाभय, सुचिर, मौनवृत्ति, °वेधिन्, सागरक, कूटशासनकर्तर्, प्रियक, हिमवारि, तथाविध, निष्प्रकम्प, मित्रद्रोह, द्विता, दुः-स्वप्न, आकाश, निमय, प्रशुच्, सकषाय, पृथ्वीपति, प्रजाकाम, दित्स्, स्वरभक्ति, दिवित्, संधिबन्ध, ऐतिहासिक, आच्छाद, रणप्रिय, शब्द, पृथु-श्री, ग्रस्तर्, मधुमाधव, हेमपिङ्गल, राजसेवक, अकृतसत्कार, षाड्गुण्य, प्रतिकूलवचन्, अभिरम्, विवास्य, निरीक्ष्य, मध्याह्न, सायंकालीन, वनप, अविश्वसनीय, ध्वजपट, सुरद्विप, वासिष्ठ, यजमान, जलार्द्र, संदिह्, किरण, राजोपसेविन्, मठिका, इति, दक्षिणाद्वार, तूलिक, अन्वाप्त, देवरूपिन्, खस, श्वाविध्, अधियुज्, अभिवादन, धन्, प्रवाच्य, सितकर, ऊर्णावन्त्, अभिव्यक्त, प्रमोद, भट, आश्रमस्थान, दुर्वस, प्रयति, निर्व्याधि, नट, निर्घृण, बन्धकी, गुरुतल्पग, अनपकारिन्, व्यपेक्ष्, दक्षिणीय, खख्, विनिकर्, निनर्तिष, सुविपुल, वालखिल्य, झ, नूपुरिन्, शुभकर, समाश्लिष्, रम्भिन्, सारण, मक्षूयु, असमद्, नेयार्थ, प्रतर्, प्रतिवचन, आरम्भण, विनिश्वास, महासत्त्व, पृथिवीदण्डपाल, भूर्, मनःसंताप, नटक, स्पृश, कश्मल, साकूत, मदिरनयन, विवदिषु, प्रदीर्घ, उपहितत्व, महोरस्क, महासाधु, वृसभ, भूष्, नीलरत्न, विष्टप्, पितृव्य, वृष्टिमन्त्, त्रिदिवगत, वोढर्, पौनरुक्त्य, नमस्वन्त्, संरोपय्, गृहशुक, मन्द्, सुभ्रू, अमण्डित, छेकोक्ति, शीघ्रचार, मृगहन्, महासती, निंस्, ग्लपन, प्रतीष्, मनुजाधिपति, पुरूची, प्रक्लिन्न, रिपुवत्, असृज्, प्रज्ञामात्रा, विपाप, अध्याय, मर्मभेदिन्, अनर्थान्तर, स्वामिसेवा, समिष्टि, नाट्याचार्य, आनृशंस, दुर्मित्र, विदार, मूलफल, युवश, शक्वर, विकार, विवासन, सिध्मल, संनम्, पञ्चतय, गर्ह्, अवकर, दुःस्थिति, पटि, भर्मन्, आनीत, धरामर, कोष्ण, हस्तिक, मध्यचारिन्, हर्षुमन्त्, हृदयामय, समाश्लेषण, जीवितेशा, वमी, एनस्वन्त्, विषादन, समारुह्, धूनन, दान्त्व |
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